सुहाना समय पंख लगा उड़ उड़ जाए। सुहाना समय पंख लगा उड़ उड़ जाए।
इंद्रनील सा प्रकाश स्तंभ उतर आया धरती पर या टूटकर गिरा आसमान का चमकीला टुकड़ा कोई। इंद्रनील सा प्रकाश स्तंभ उतर आया धरती पर या टूटकर गिरा आसमान का चमकीला टुक...
हर घर की एक सीमा है अपनी सीमा में हम को रहना है। हर घर की एक सीमा है अपनी सीमा में हम को रहना है।
धन पाए लालच बढ़ा, पद पाए अभिमान। धन पाए लालच बढ़ा, पद पाए अभिमान।
संसार दो पाटों में सदा रहा बंटा इक ओर अमीर है तो दूजा गरीब रहा। संसार दो पाटों में सदा रहा बंटा इक ओर अमीर है तो दूजा गरीब रहा।
कुछ बीज जब हमने लगाये अंकुर आये मन को भाये। कुछ बीज जब हमने लगाये अंकुर आये मन को भाये।